चॉँद और तारे पसंद थे उसे
कहानीयों में यह दोनो ही तो सबसे मनपसंद पात्र थे उसके
उम्र थी तो तीन साल की
मगर उन तारों अौर उस चाँद को छूने की ज़िद भी थी
और यह क्या ?!
आखिर पकड़ ही लीये उसने
खुशी से सबको उन्हें हाथ में लिए दिखाता रहा
सबने देखा अौर धीमे धीमे मुस्कुराए
आखिरकार पड़ोसियों का झंडा इतना बुरा भी नहीं था
~ ऋति
had a small encounter with a 3 year old on Independence Day.
#LatePostOnTheBlog
PS: apologies for minor spelling mistakes in the Hindi part. I am trying to strengthen my typing in the same.